महराजगंज। अमृत भारत स्टेशन योजना के अंतर्गत आनंदनगर रेलवे स्टेशन का पुनर्विकास कार्य जारी है। इस योजना के तहत स्टेशन के मुख्य प्रवेश द्वार का विस्तार भी प्रस्तावित है। प्रवेश द्वार के ठीक पास वर्ष 1962 से 18 दुकानों का संचालन किया जा रहा था। रेलवे प्रशासन ने 28 जून 2024 को इन सभी दुकानों के पट्टों को रद्द कर दिया। रेलवे प्रशासन के दबाव में आकर सभी दुकानदारों ने अपनी वैध दुकानें स्वयं हटा लीं।
इस मुद्दे को लेकर सभी प्रभावित दुकानदारों ने स्थानीय सांसद एवं केंद्रीय वित्त राज्य मंत्री पंकज चौधरी को ज्ञापन सौंपा था। मंत्री ने चुनाव जीतने के बाद आनंदनगर में अपने पहले दौरे के दौरान अंबेडकर तिराहे पर हुए संबोधन में इन दुकानदारों को उचित समाधान का आश्वासन भी दिया था। हालांकि, एक वर्ष बीत जाने के बावजूद कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई, जिससे दुकानदारों में निराशा फैल गई। इसलिए पुनः शिवम जायसवाल ने मंत्री पंकज चौधरी से मुलाकात कर अपनी मांगें दोहराईं। उन्होंने बताया कि रोजगार छिन जाने के कारण दुकानदारों के समक्ष भरण-पोषण का संकट खड़ा हो गया है।
ये सभी दुकानदार पिछले करीब 75 वर्षों से इन्हीं दुकानों के माध्यम से अपने परिवार का भरण-पोषण कर रहे थे। दुकानदारों ने यह भी बताया कि इससे पूर्व भी, पिछली सरकारों के कार्यकाल में रेलवे विभाग ने सौंदर्यीकरण के नाम पर कई दुकानों को तोड़ा था, तब प्रभावितों को खाली पड़ी रेलवे की जमीनों पर वैकल्पिक दुकानें आवंटित की गई थीं। इनकी समस्याओं को देखते हुए प्रशासन को सहानुभूतिपूर्वक और मानवीय दृष्टिकोण से पहल करनी चाहिए।