Maharajganj News: शहीदों के गांव में 66.64 लाख की सड़क गायब, जांच टीम गठित

Maharajganj News: पं. दीन दयाल योजना के तहत महराजगंज के घुघली क्षेत्र के शहीदों के गांव विशुनपुर गबड़ुआ में 66.64 लाख की सड़क गायब हो गई है. इसको ढूंढने के लिए इंडो-नेपाल बार्डर के एक्सईएन के नेतृत्व में पांच सदस्यीय अभियंताओं की टीम लगाई है. टीम एक सप्ताह में जांच कर 66.64 लाख की सड़क के बारे में जानकारी सीडीओ को देगी.

रिपोर्ट के आधार पर शिकायतों का निस्ताण किया जाएगा. मामला घुघली क्षेत्र के विशुनपुर गबड़ुआ गांव का है. एक सप्ताह पहले यहां की दलित बस्ती के सम्पर्क मार्ग के लोर्कापण का शीलापट लगाने के लिए लोक निर्माण विभाग के कर्मचारी पहुंचे थे. शीलापट लगाने के बाद से ग्रामीणों ने सवाल उठा दिया है. सड़क की जर्जर हालत को दिखाते हुए बताया कि यह सड़क बनी ही नहीं है। ऐसे में लोकार्पण का बोर्ड किस आधार पर लगाया जा रहा है.

ग्रामीणों के सवाल पर जनप्रतिनिधियों ने डीएम व सीडीओ से शिकायत किया. शिकायत को गंभीरता से लेते हुए सीडीओ अनुराज जैन ने विशेषज्ञों की टीम गठित करने का आदेश दिया। जिसके बाद प्रांतीय खंड के एक्सईएन धर्मपाल सिंह ने इंडो-नेपाल बार्डर रोड के एक्सईन सैय्यद अख्तर अब्बास, प्रांतीय खंड के सहायक अभियंता सृष्टि शर्मा, निर्माण खंड की सहायक अभियंता भगवानदास, इंडो-नेपाल बार्डर रोड के अवर अभियंता सतीश कुमार गौतम व प्रांतीय खंड के अवर अभियंता च्रकधर शर्मा को जांच के लिए कमेटी में शामिल कर एक सप्ताह के अंदर रिपोर्ट मांगी है.

शिकायत के बाद पीडब्यूडी में हड़कंप
विशुनपुर गबड़ुआ गांव की सड़क के लोकार्पण बोर्ड पर सवाल उठते ही लोक निर्माण विभाग में हड़कंप मच गया है. एक्सईएन का कहना है कि वर्ष 2023 में ही सड़क की स्वीकृति मिली थी. निर्माण कार्य भी पूरा है। उनका कहना है कि हो सकता है कि भूलवश कर्मी दूसरे सड़क पर बोर्ड लगा दिए हों. पूरे मामले की जांच कराई जा रही है. जांच के बाद स्थिति स्पष्ट होगी. वहीं शिकायतकर्ताओं का कहना है कि जिस सड़क के किनारे लोकार्पण का बोर्ड लगाया जा रहा है, वह टूटी-फूटी है। उसे देख कोई भी नहीं कह सकता कि एक-दो साल पहले उसकी निर्माण हुई होगी.

सीडीओ अनुराज जैन ने कहा, घुघली क्षेत्र के विशुनपुर गबड़ुआ में दलित बस्ती के सम्पर्क मार्ग के लोकार्पण पर शिकायतें मिली थीं. प्रकरण में जांच के लिए अधिशासी अभियंता के नेतृत्व में टीम गठित की गई है. जांच रिपोर्ट मिलने के बाद स्थिति स्पष्ट होगी. आख्या के आधार पर अग्रिम कार्रवाई की जाएगी.