महराजगंज। बीते कुछ दिनों से धर्मात्मा निषाद का आत्महत्या कांड चर्चा में है। शनिवार सुबह नौ बजे निषाद पार्टी के चौरीचौरा विधायक श्रवण निषाद अचानक नरकटहा पहुंच गए। मृतक धर्मात्मा निषाद की मां से बातचीत करने लगे। यह देख काफी संख्या में लोग पहुंच गए। श्रवण निषाद का विरोध करते हुए वापस जाओ व मुर्दाबाद का नारेबाजी करने लगे। स्थिति असहज होता देख पनियरा पुलिस सतर्क हो गई। प्रभारी निरीक्षक निर्भय कुमार सिंह ने हालात को संभाला। विधायक साथ आए अंगरक्षक भी अलर्ट हो गए। उसके बाद चौरीचौरा विधायक वापस लौट गए।
निषाद पार्टी के युवा प्रकोष्ठ के पूर्व प्रदेश सचिव धर्मात्मा निषाद ने रविवार को अपने घर पर ही आत्महत्या कर लिया था। मौत के कुछ समय पहले फेसबुक पर लंबा पोस्ट किया था। इसमें वह अपनी मौत के लिए निषाद पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ. संजय निषाद, उनके पुत्र श्रवण निषाद व प्रवीण निषाद के अलावा एक मित्र जयप्रकाश निषाद को जिम्मेदार ठहराया था। इस मामले में परिजनों की तहरीर पर पनियरा पुलिस जयप्रकाश निषाद व तीन अज्ञात के खिलाफ केस दर्ज की थी।
एफआईआर से कैबिनेट मंत्री व उनके दोनों पुत्रों का नाम गायब देख लोगों ने विरोध किया था, लेकिन बाद में परिजनों ने शव का अंतिम संस्कार कर दिया था। धर्मात्मा निषाद द्वारा फेसबुक पर पोस्ट सुसाइड नोट में श्रवण निषाद का भी नाम है। इसलिए रविवार को जब वह अचानक नरकटहा पहुंच धर्मात्मा निषाद की मां से बातचीत करने लगे तो धीरे-धीरे एकत्र हुए लोगों ने उनका विरोध शुरू कर दिया। मुर्दाबाद व वापस जाओ नारे लगाने लगे। इससे मौके पर माहौल काफी गर्म हो गए। मौके पर मौजूद लोगों ने श्रवण निषाद से सवाल करना शुरू कर दिया कि अगर आप लोग दोषी नहीं है तो घटना के सातवें दिन क्यों आ रहे हैं।
इस मामले में श्रवण निषाद ने कहा कि विपक्ष के लोग धर्मात्मा की मौत पर राजनीति कर रहे हैं। किसी की मृत्यु पर राजनीति नहीं होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि प्रदेश की सरकार व पुलिस मामले की गहनता से जांच करवा रही है। जांच में वह दोषी पाए गये तो जेल जाने के लिए तैयार हैं। निषाद पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष ने भी मामले की उच्चस्तरीय जांच की मांग की है। उन्होंने कहा कि आज विपक्ष के पास पार्टी व धर्मात्मा मौत के प्रकरण पर उपहास उड़ाने के अलावा कुछ बचा नहीं है। कल लखनऊ में उनके आवास पर स्व धर्मात्मा निषाद के लिए शोक सभा का आयोजन किया गया है।