महराजगंज। सदर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर व्यवस्था बदहाल है। यहां कर्मियों को आने जाने का कोई निर्धारित समय नहीं है। मरीजों को अक्सर दुश्वारियां झेलनी पड़ती हैं। प्रसव के लिए आई महिला को नर्स देखकर चली गई। वह बरामदे में बैठकर डॉक्टर को आने का इंजतार कर रही थी। शनिवार को अस्पताल की लाइव रिपोर्ट में खामियों की पोल खुलकर सामने आ गई।
शनिवार को सदर सीएचसी पर फार्मासिस्ट आशुतोष त्रिपाठी 9:57 बजे मौजूद रहे। वह अपने जरूरी कार्य निपटा रहे थे। डेंटल और पैथोलॉजी में 9:49 बजे लैब टेक्नीशियन राकेश त्रिपाठी, चंद्रजीत यादव, संघ प्रिय गौतम, डेंटल विभाग में विनीत कुमार निगम, डेंटल हॉजिनिस्ट मौजूद रहे। 9: 51 बजे स्टाफ नर्स मौजूद नहीं रहीं। उनका कक्ष खाली दिखा। वहीं आयुष्मान कक्ष भी बंद रहा।
एक दो लोग खड़े होकर कक्ष खुलने का इंतजार कर रहे थे। अस्पताल में 9:54 बजे डॉक्टर की कुर्सी खाली दिखी। वहीं पास में मिले सवना गांव के जितेंद्र ने बताया कि बेटे गौरव का इलाज कराने आया हूं। पर्ची कटवाकर डॉक्टर के आने का इंतजार कर रहा हूं। जितेंद्र ने बताया कि शरीर में दर्द है। बेटे को खांसी आ रही है। अमरुतिया के रहने वाले इंनर प्रसाद पेट में दर्द होने से परेशान दिखे। वह डॉक्टर के आने का इंतजार कर रहे थे।
सिसवा महदेवा गांव की रहने वालीं चंदू की डिलेवरी के लिए घर वाले सुबह 7 बजे से ही आए थे। स्टाफ नर्स एक बार जांच कर चली गईं थी। वह देखने दूसरी बार नहीं आई। शांति देवी ने बताया की डॉक्टर नहीं आए हैं स्टाफ नर्स ने देखा है। यहां तो कोई पूछने वाला नहीं है। 10:18 बजे सीएचसी अधीक्षक डॉ. उमेश चंद्रा अपने कक्ष में मौजूद नहीं मिले। वहीं स्वास्थ्य शिक्षा अधिकारी श्रीभागवत सिंह बैठ कर उनका इंतजार कर रहे थे।