महराजगंज। महराजगंज के सोहगीबरवा वन्य जीव प्रभाग में वन सुरक्षा व्यवस्था गंभीर चुनौतियों का सामना कर रही है। भारत-नेपाल सीमा से सटे 40,730 हेक्टेयर के विशाल वन क्षेत्र में मात्र छह वन क्षेत्राधिकारी तैनात हैं। जबकि नियमानुसार नौ क्षेत्राधिकारियों की आवश्यकता है।
प्रभाग के सात प्रमुख रेंज क्षेत्र- लक्ष्मीपुर, उत्तरी चौक, दक्षिणी चौक, पकड़ी, निचलौल, मधवलिया और शिवपुर में सुरक्षा व्यवस्था लगातार चुनौतीपूर्ण बनी हुई है। कर्मचारियों की कमी के कारण वन संपदा की चोरी, लकड़ी की तस्करी और वन्यजीवों की तस्करी जैसी अवैध गतिविधियां बढ़ रही हैं। विशेषकर पकड़ी, लक्ष्मीपुर और मधवलिया रेंज में ये समस्याएं अधिक गंभीर हैं।
डीएफओ निरंजन सर्वे के अनुसार, स्थिति की गंभीरता को देखते हुए पहले ही शासन को कर्मचारियों की कमी से अवगत करा दिया गया है। वर्तमान में उपलब्ध कर्मचारियों पर अत्यधिक कार्यभार है। जिससे वन क्षेत्र की उचित निगरानी और नियंत्रण में कठिनाई हो रही है। गर्मियों में आगजनी की घटनाएं भी चिंता का विषय हैं।
वन विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों का मानना है कि जब तक पर्याप्त संख्या में कर्मचारियों की नियुक्ति नहीं होती, तब तक इस विशाल वन क्षेत्र की सुरक्षा और प्रबंधन एक बड़ी चुनौती बनी रहेगी। वर्तमान में रेंजरों के अतिरिक्त कुछ माली और वाचर ही वन सुरक्षा का कार्य संभाल रहे हैं। जो इतने बड़े क्षेत्र के लिए पर्याप्त नहीं है।