महराजगंज। जनपद मुख्यालय पर अब भी बेहतर परिवहन सुविधा का अभाव है, जिससे स्थानीय लोगों को आए दिन परेशानियों का सामना करना पड़ता है। हालांकि, लंबे समय के बाद महराजगंज शहर को रेल मार्ग से जोड़ने की योजना प्रस्तावित की गई है, जिससे आवागमन में सुधार की उम्मीद जागी है।
वर्तमान में, महराजगंज के लोगों को ट्रेन पकड़ने के लिए 20 किमी दूर घुघली या 30 किमी दूर फरेंदा जाना पड़ता है। लेकिन रात के समय फरेंदा के लिए कोई सीधी बस सुविधा नहीं होने के कारण यात्री असुविधा महसूस करते हैं। शहर में रोडवेज की सेवाएं भी रात आठ बजे के बाद बंद हो जाती हैं, जिससे यात्रियों को महंगे निजी वाहनों का सहारा लेना पड़ता है।
महराजगंज डिपो में करीब 60 बसें उपलब्ध हैं, लेकिन शहरवासियों को अभी भी एक प्रभावी परिवहन सेवा की प्रतीक्षा है। परिवहन सुविधा के विस्तार से न केवल आम जनता को राहत मिलेगी बल्कि व्यावसायिक गतिविधियों को भी बढ़ावा मिलेगा। प्रस्तावित रेलवे लाइन जिले की अर्थव्यवस्था को सशक्त करने के साथ ही नौकरीपेशा और छात्रों के लिए भी सुविधाजनक साबित होगी।
रेलवे लाइन का निर्माण इस सीमावर्ती जिले को बेहतर कनेक्टिविटी प्रदान करेगा, जिससे नेपाल, बिहार, गोरखपुर और सिद्धार्थनगर से संपर्क मजबूत होगा। यहां की प्रमुख नदियों—नारायणी, गंडक, राप्ती, चंदन, प्यास, घोंघी और डंडा—के किनारे बसे लोगों को भी इस परियोजना का सीधा लाभ मिलेगा।