Maharajganj News : लक्ष्य पूरा नहीं तो तस्करी शुरू! निचलौल में शराब की दुकानों का काला खेल
28-Nov-2025
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निचलौल। शराब बिक्री के मासिक लक्ष्य ने निचलौल क्षेत्र में अवैध तस्करी को और बढ़ावा दे दिया है। अपना टारगेट पूरा करने के लिए दुकानदार तस्करी को बढ़ावा दे रहे हैं। दरअसल, प्रत्येक दुकानदार उसकी पिछली बिक्री के आधार पर प्रत्येक महीने लक्ष्य दिया जाता है। जब दुकानदार काउंटर से तय लक्ष्य को हासिल करने में असफल होते हैं तो तस्करों को शराब बेचने लगते हैं।
एक वजह यह भी है कि लक्ष्य नहीं पूरा करने पर दुकानदारों पर जुर्माना लगाया जाता है। जुर्माने से बचने के लिए दुकानदार तस्करों को शराब बेचकर लक्ष्य हासिल करते हैं। बीते दिनों क्षेत्र के डोमा गांव से बरामद हुई देशी शराब लाइसेंसी दुकान की बताई गई थी, यह शराब बिहार भेजी जा रही थी।
झुलनीपुर चंदा नहर पटरी मार्ग स्थित डोमा पुल के एक चाय की दुकान पर बैठे सरकारी दुकान के ठेकेदार ने बातचीत में बताया कि प्रत्येक दुकान के लिए हर महीने शराब बिक्री का लक्ष्य निर्धारित होता है। इस लक्ष्य को अनिवार्य तौर पर हासिल करने का दबाव होता है।
ऐसा नहीं करने पर दुकान के लिए जमा सिक्योरिटी धनराशि से जुर्माना के रूप में निश्चित धनराशि की कटौती कर ली जाती है। शराब दुकानों की संख्या बढ़ने की वजह से पहले की अपेक्षा अब यह मुसीबत काफी ज्यादा बढ़ गई है। ऐसे में जुर्माना की धनराशि बचाने के लिए दुकानदार शराब को तैसे-जैसे बेच कर बिक्री का लक्ष्य पूरा कर लेते हैं।
सूत्रों के मुताबिक, लक्ष्य पूरा करने के लिए दुकानदार ग्रामीण इलाकों में अवैध शराब बेचने वालों को शराब देते हैं। मामले पर पर्दा डालने के लिए जिम्मेदारों को बिक्री के हिसाब से हर महीने कमीशन भी दी जाती है। सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, ठेकेदारों ने देशी एवं अंग्रेजी शराब बेचने के ठेके लिए हैं। नियम के अनुसार दुकान क्षेत्र के अंदर ही शराब बिक्री करने का प्रावधान है।
इसके बावजूद दुकानदार बिक्री का लक्ष्य हासिल करने के लिए सीमा क्षेत्र से बाहर शराब बेच देते हैं। यही वजह है कि इन दिनों हर गांव में अवैध रूप से शराब की छोटी दुकानें गैर कानूनी ढंग से धड़ल्ले से चल रही है। इन्हें कोई रोकने-टोकने वाला भी नहीं है। आबकारी निरीक्षक वैभव कुमार यादव ने बताया कि सरकारी शराब के ठेकेदारों को शराब बिक्री का नियम पालन करने के लिए सख्त निर्देश दिए गए हैं।
नियमित तौर पर शराब की दुकानों पर बिक्री और खरीद रजिस्टर सहित अन्य बिंदुओं पर जांच-पड़ताल की जाती है।