ठूठीबारी। नौनिया में बने सरस हाट परिसर में बाजार लगना बंद हो गया है। अब क्षेत्र में सब्जी की खेती करने वाले किसानों को दूर मंडियों में जाना पड़ता है। रखरखाव के अभाव में हाट बाजार खंडहर में तब्दील हो गया है। दुकानों में लगे शटर को क्षतिग्रस्त कर दिया गया है।
निचलौल के ग्राम सभा नौनियां में लगभग 50 लाख रुपये खर्च कर वर्ष 2006-07 में गांव के उत्तर सरस हाट बाजार का निर्माण कराया गया था। परिसर में दुकान के लिए 16 कमरे और दो टीनशेड का बइठका और एक शौचालय बना हुआ है।
सतेंद्र नाथ द्विवेदी, हरीनारायण शर्मा, शहाबुद्दीन, बनवारी यादव, अरविंद गुप्ता, रजनीश त्रिपाठी और सचींद्र नाथ द्विवेदी ने बताया कि हाट बाजार को सुचारु रूप से चलाने के लिए प्रचार-प्रसार को ध्यान में रखकर परिसर में ग्राम सभा ने तीन दिवसीय मेला और ड्रामा पार्टी का बड़े धूमधाम के साथ आयोजन किया गया था।
हर सप्ताह शुक्रवार को बड़े पैमाने पर बाजार लगना शुरू हुआ, जिसकी ख्याति मिनी मंडी के रूप में क्षेत्र में फैल गई। वर्ष 2020 में कोरोना महामारी में लॉकडाउन लगने के बाद हाट बाजार बंद हो गया। तभी यह बाजार दुकानदारों की राह निहार रहा है, वहीं रखरखाव नहीं होने से भवन बदहाल है।
सरस हाट बाजार में नौनियां, माधवनगर तुरकहियां, नौवाबारी, भरवलियां, बसंतपुर, कटखोर, बोदना, लक्ष्मीपुर खुर्द, चटियां, मोहम्मदपुर,कडजा, निपनिया ,लोहरौली, रमपुरवां, लालपुर के किसान अपनी सब्जियां लाकर बेचते थे।
प्रहलाद चौधरी निवासी चटिया ने बताया कि सरस हाट परिसर के बाजार में किसी प्रकार का सुविधा शुल्क नहीं लगता था, इससे बाजार में जो किसान सब्जी की दुकान लगाता था अच्छी बिक्री हो जाती थी। हरी वरुण निवासी डगरुपुर कहते हैं कि सरस हाट में बाजार लगने से हरी सब्जियां बेचने के लिए दूर दराज बाजारों में नहीं जाना पड़ता था। बाजार न लगने से समस्याएं बढ़ गई है।