महराजगंज। साधन सहकारी समितियों से उर्वरक पाने के लिए किसानों को खतौनी प्रस्तुत करने की जरूरत समाप्त हो गई है। साधन सहकारी समिति का सदस्य बनाने के साथ ही सहकारिता विभाग किसानों को सदस्यता पासबुक मिलेगी।
पासबुक पर किसान का नाम, ग्राम पंचायत, जोत रकबा इत्यादि का उल्लेख रहेगा। साधन सहकारी समिति से जनपद में अब तक 1.12 लाख किसानों को सदस्य बनाया जा चुका है।
सहकारी समिति के सदस्य किसानों को खाद के लिए कई तरह के कागजात नहीं प्रस्तुत करने होंगे। समिति की ओर से सदस्यों को पासबुक जारी किया जाएगा। इसी के हिसाब से उन्हें खाद दी जाएगी। पासबुक में खाद से लेकर खेत का रकबा, सब कुछ दर्ज होगा।
खेती के सीजन में खाद की खपत ज्यादा होती है। किसान को उसके खेत के रकबे के आधार पर खाद दी जाएगी। इससे खाद की कालाबाजारी पर भी रोक लगेगी। सहकारिता विभाग के सूत्रों के मुताबिक सदस्यता पासबुक में खेत के रकबे के अनुसार समितियों पर खाद मुहैया होने की व्यवस्था बनी है।
किसानों को पॉश मशीन से लेकर खतौनी के कागजात की अनिवार्यता की गई, लेकिन अब इन कागजों से किसानों को छुटकारा दिलाने के लिए समितियों पर सदस्य किसानों को पासबुक मुहैया कराने की तैयारी है।
96 समिति व 12 संघ समिति सक्रिय: जिले में 96 साधन सहकारी समितियां और 12 संघ समिति वर्तमान में सक्रिय हैं। सहकारिता विभाग की ओर से इन समितियों पर सदस्यता अभियान चलाया गया। अब तक समितियों पर 1.12 लाख किसान सदस्य बन चुके हैं, जबकि जिले को लक्ष्य सिर्फ 30 हजार किसानों का मिला था। अब तक के आंकड़ों के अनुसार, चार गुना से अधिक किसान समिति के सदस्य हो चुके हैं।