
महराजगंज। जवाहर लाल नेहरू पीजी काॅलेज खेल मैदान में सोमवार को महराजगंज महोत्सव में शामिल होने वाले प्रतिभागियों को प्रमाणपत्र दिया गया। सभी प्रतिभागियों को पदक और प्रशस्तिपत्र देकर जिलाधिकारी संतोष कुमार शर्मा और मुख्य विकास अधिकारी महेंद्र प्रताप सिंह ने सम्मानित किया।
महोत्सव में कला और संस्कृति के बहुत सारे रंग देखने को मिले। माध्यमिक, बेसिक और प्राइवेट विद्यालयों के बच्चों ने अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन महराजगंज महोत्सव के मंच पर किया। जिलाधिकारी ने बताया कि महराजगंज महोत्सव में सभी प्रतियोगिताओं के स्क्रीनिंग में लगभग 90 विद्यालयों के 3000 बच्चों ने प्रतिभाग किया। इसमें से स्क्रीनिंग के बाद लगभग 2200 बच्चों को प्रस्तुति के लिए मंच मिला। समूह नृत्य और एकल नृत्य की प्रस्तुतियों में इस बार कुल 1200 बच्चों ने प्रतिभाग किया।
प्रथम दिवस पर इस बार 30 विद्यालयों के 380 बच्चों ने प्रतिभाग किया। द्वितीय दिवस पर कुल वे 28 विद्यालयों के 450 बच्चों ने प्रतिभाग किया। तृतीय दिवस पर कुल 31 विद्यालयों के 400 बच्चों ने प्रतिभाग किया।
जिला सूचना अधिकारी प्रभाकर मणि त्रिपाठी ने बताया कि महोत्सव में स्थानीय कलाकारों ने बेहतर ढंग से नाटक का मंचन किया। स्थानीय नाट्य मंच के कलाकारों ने भाव के भूखे राम नाटक का जीवंत मंचन कर लोगों को भावुक कर दिया और नाटक वनटांगिया एक जीवन संघर्ष और विकास यात्रा के माध्यम से इनके जीवन पर प्रकाश डाला गया। नाटकों का निर्देशन पंकज कुमार मौर्य ने किया और सह संयोजन देवेश पाण्डेय और राकेश सिंह ने किया।
इस बार स्थानीय कविता पाठ विशेष आकर्षण का केंद्र रहा जिसमें दिव्यांशु पांडेय,नवीन शुक्ला, तशरीफ, आशुतोष मिश्र, दयानंद त्रिपाठी, राजेश स्वर्णकार, धीरज वर्मा ने काव्य पाठ से लोगों का ध्यान आकर्षित किया। महराजगंज महोत्सव में बिरहा और गायन के कलाकारों ने भी बेहतरीन प्रस्तुति दी। इसमें राजाराम भारती, ओमप्रकाश यादव, श्याम करन यादव, विनोद मिश्र, सत्यप्रकाश, हर्षित कुमार, आनंदमय श्रीवास्तव आदि ने प्रस्तुतियों से मन मोह लिया।
इस दौरान डीआईओएस प्रदीप कुमार शर्मा, बीएसए रिद्धि पांडेय, एआर कोऑपरेटिव सुनील कुमार गुप्ता, डीआईओ एनआईसी मनोज कुमार, डीपीआरओ श्रेया मिश्रा आदि मौजूद रहे।