
महराजगंज। ठंड गहराने के साथ-साथ वायरल का मजबूत हो रहा दायरा तरह-तरह की समस्या उत्पन्न कर रहा है। वायरल फीवर की चपेट में आए लोग स्ट्रेप थ्रोट के शिकार हो रहे हैं।
इससे गले में तेज दर्द, सूजन व निगलने में असुविधा हो रही। इस समस्या के कारण आवाज भी मोटी निकल रही। शनिवार ओपीडी में इस समस्या से प्रभावित 13 रोगी पहुंचे जिन्हें चिकित्सकों ने दवा का परामर्श दिया।
शनिवार जिला अस्पताल की ओपीडी में 517 रोगियों का उपचार हुआ। सर्वाधिक रोगी वायरल फीवर व इससे होने वाले विभिन्न समस्याओं से पीड़ित थे। 13 रोगी गले में दर्द, निगलने में असुविधा व लगातार खराश की समस्या लेकर पहुंचे जो वायरल का उपचार पहले ही प्रभावी कर चुके थे, लेकिन गले की समस्या फिर अस्पताल खींच लाई।
ऐसे रोगियों की जांच रिपोर्ट देखकर डाॅ. अनिरुद्ध कुमार ने इसे स्ट्रेप थ्रोट करार दिया। बताया कि वायरल की चपेट में आने के बाद यह होता है जो जीवाणु जनित लोगो की श्रेणी में शामिल है। यह समस्या इम्युनिटी कमजोर होने के कारण बढ़ रही है।
इसमें गले की श्वसन नली व आहार नली संक्रमण प्रभाव से सूज जाती है। इससे कंठ से आवाज निकालने में भी असुविधा होने लगती है।