महराजगंज। शासन द्वारा अनिवार्य की गई ऑनलाइन उपस्थिति प्रणाली के खिलाफ पंचायत सचिवों का विरोध अब खुले संघर्ष का रूप लेने लगा है। पंचायत सचिवों का सोमवार से क्रमिक रूप से सांकेतिक सत्याग्रह शुरू हो गया। सदर समेत सभी ब्लॉकों में कार्यरत पंचायत सचिवों ने सोमवार को काली पट्टी बांधकर विरोध जताया। पंचायत सचिवों का कहना है कि 03 नवंबर 2025 के शासनादेश के अनुसार ऑनलाइन उपस्थिति दर्ज कराना वर्तमान परिस्थितियों में अव्यवहारिक है और इससे शासकीय कार्यों में बाधा उत्पन्न होगी।
सदर ब्लॉक, महराजगंज में ग्राम विकास अधिकारी संघ के जिलाध्यक्ष राजेश सिंह के नेतृत्व में ऑनलाइन उपस्थिति प्रणाली को लेकर काली पट्टी बांधकर विरोध जताया गया। इस दौरान ग्राम पंचायत अधिकारी संघ के जिलाध्यक्ष चंद्रशेखर सिंह की अचानक तबीयत बिगड़ गई।
वे अपने साथियों के साथ ऑनलाइन हाजिरी (अटेंडेंस) से जुड़ी समस्याओं को लेकर जिला पंचायत राज अधिकारी को ज्ञापन सौंपने आ रहे थे। आनन-फानन में उन्हें शहर के एक निजी हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया। उनकी हालत ठीक बताई जा रही है। इस दौरान रामपाल यादव, प्रियंका पटेल, रीतू पटेल, सुनीता केसरी, विष्णुप्रिया दुबे, फिरोज आलम समेत कई अन्य ग्राम विकास अधिकारी उपस्थित रहे।
पनियरा प्रतिनिधि के अनुसार, ब्लॉक परिसर में समस्त सचिवों ने सोमवार को बांह पर काली पट्टी बांध कर विकास खंड कार्यालय के समक्ष खड़े होकर प्रतीकात्मक तौर पर वर्तमान व्यवस्था के विरुद्ध शांतिपूर्ण ढंग से नारेबाजी करते हुए विरोध प्रदर्शन किया।
सचिवों का कहना है कि ऑनलाइन उपस्थिति व्यवस्था से पूरे प्रदेश में सचिवों में रोष एवं भय व्याप्त है क्योंकि उपर्युक्त उपस्थित प्रणाली उनके क्षेत्रीय कार्य की प्रकृति के बिल्कुल विपरीत है। परतावल प्रतिनिधि के अनुसार, संगठन के अध्यक्ष चंद्रशेखर सिंह के नेतृत्व में सचिवों ने काली पट्टी बांधकर जिलाधिकारी को संबोधित ज्ञापन बीडीओ संतोष कुमार यादव को सौंपा। इस दौरान विकास सिंह, सुधीर सिंह, सृष्टि सिंह, प्रियंका दूबे, मांडवी सिंह, सतेंद्र कुमार आदि मौजूद रहे।
मिठौरा और सिंदुरिया प्रतिनिधि के अनुसार, मिठौरा विकास खंड में कार्यरत कर्मचारियों ने ऑनलाइन हाजिरी व्यवस्था के विरोध में अध्यक्ष जय हिंद शर्मा के नेतृत्व शांतिपूर्ण धरना प्रदर्शन किया। कर्मचारियों ने चेतावनी दी है कि यदि मांगें पूरी नहीं हुईं तो आंदोलन को आगे और तेज किया जाएगा। इस अवसर पर सर्वोत्तम विश्वकर्मा, विशाल वर्मा, अमरेंद्र राज यादव, सत्यम चौधरी, अशोक निगम, आशुतोष मौर्य, आशुतोष जायसवाल, संतोष गुप्ता, राजन गुप्ता, सुनील गुप्ता समेत अन्य कर्मचारी मौजूद रहे।