महराजगंज। घने कोहरे के बीच नौतनवा-गोरखपुर रेल रूट पर लोक विद्यापीठ नगर स्टेशन लोक विद्यापीठ नगर स्टेशन के पास गुरुवार को बड़ा हादसा होते-होते बच गया। स्टेशन के पहले पुल पर पैसेंजर ट्रेन ट्रैक पर पशुओं के झुंड से टकरा गई।
कोहरे के कारण ट्रैक पर 13 पशु आ गए थे और न दिखने के कारण ट्रेन तेज गति से टकरा गई। पुल संख्या आठ अंडर पास के पास रेल ट्रैक पार कर रहे पशुओं में से 10 की मौके पर मौत हो गई, जबकि तीन घायल हो गए। हादसा इतना भीषण था कि करीब एक किलोमीटर तक पशु घिसटते चले गए थे। घटना की जानकारी होने के बाद गुरुवार को मौके पर लोगों की भीड़ जुट गई।
बताया जा रहा है कि पशुओं का झुंड एक साथ रेल ट्रैक पार कर रहा था। इसी दौरान गोरखपुर की ओर जा रही पैसेंजर ट्रेन पशुओं से टकरा गई। टक्कर इतनी तेज थी कि पशु दूर तक घिसटते चले गए और दस की मौके पर ही मौत हो गई।
गनीमत रही कि ट्रेन हादसे के बाद भी पटरी से नहीं उतरी और एक बड़ा हादसा संयोग से टल गया। हादसे के बाद देर तक रुकी रही ट्रेन इस दुर्घटना के बाद ट्रेन काफी देर तक वहीं रुकी रही। जब रेलवे ट्रैक साफ हुआ तब जाकर ट्रेन आनंदनगर स्टेशन पहुंची।
इस बीच ट्रेन में सवार यात्री काफी घबड़ाए हुए थे। पहुंचे अफसर, तीन पशुओं को गौशाला भेजा गया घटना की जानकारी पुलिस प्रशासन को होने के बाद गुरुवार को मौके पर एसडीएम फरेंदा शैलेन्द्र गौतम, सीओ फरेंउा बसंत सिंह, तहसीलदार फरेंदा वशिष्ठ वर्मा, जिला पशु चिकित्साधिकारी डॉ. हौंसला प्रसाद, पशु चिकित्साधिकारी फरेंदा दीनदयाल व फरेन्दा थानाध्यक्ष पुलिस फोर्स के साथ मौके पर पहुंच गए।
अधिकारियों की टीम ने तीन बचे घायल पशुओं का इलाज कराकर उन्हें मधुकरपुर महेवा गौशाला भिजवा दिया। वहीं, मृत पशुओं का वहीं पोस्टमार्टम कराकर दफन करा दिया गया। पशुचिकित्साधिकारी डॉ. दीनदयाल ने बताया कि मरने वाले पशुओं में एक नीलगाय, चार सांड तथा पांच गायें शामिल थीं। इनमें एक गाय गर्भवती थी।
इन पशुओं का पोस्टमार्टम कराने के बाद जंगल में दफन करा दिया गया। बोले एसडीएम अधिक कोहरे व जंगल से पशुओं का झुंड ट्रैक पर आ जाने के कारण यह हादसा हुआ। जिस समय ट्रेन आई, उसी समय पशुओं का झुंड रेल ट्रैक पर पहुंच गया। इसी वजह से यह दुर्घटना घट गई, जो काफी दुखद है।
घायल पशुओं का इलाज कर गौशाला भिजवा दिया गया है, वहीं मृत पशुओं का पोस्टमार्टम कराकर उन्हें जंगल में दफन करा दिया गया है।